हैदराबाद: हैदराबाद के बाहरी हिस्से में मंगलवार को संदिग्ध परिस्थितियों में तीन साल के एक बच्चे समेत पांच रिश्तेदारों के शव बरामद किए गए. पुलिस ने संदेह व्यक्त किया कि उन लोगों ने खुदकुशी की है. पुलिस के मुताबिक ऐसी आशंका है कि इन लोगों ने वित्तीय घाटे के चलते यह कदम उठाया होगा. शहर के बाहरी इलाके शंकरपल्ली में दो स्थानों पर इन सभी के शव बरामद किए गए. सोमवार को उनके रिश्तेदारों ने पुलिस में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी. पुलिस के अनुसार शवों की पहचान प्रभाकर रेड्डी (30), उनकी पत्नी माधवी (26) और उनके तीन साल के बेटे के रूप में की गई. दो अन्य शवों की शिनाख्त रेड्डी की बड़ी बहन लक्ष्मी (42) और उसकी 16 वर्षीय बेटी के रूप में की गई. पुलिस उपायुक्त विश्व प्रसाद ने बताया कि लक्ष्मी, माधवी और 16 साल की किशोरी के शव शंकरपल्ली इलाके में झाड़ियों में पड़े मिले, जबकि प्रभाकर रेड्डी और उसके बेटे के शव एक कार में मिले.' दोनों स्थान एक-दूसरे से करीब दो किलोमीटर दूर हैं. उन्होंने कहा, 'स्टॉक ब्रोकर प्रभाकर ने बाजार में अपने रिश्तेदारों और दोस्तों का काफी धन निवेश किया था. उनमें से कुछ हाल के समय में उस पर पैसा लौटाने के लिए दबाव बना रहे थे.' पुलिस उपायुक्त के अनुसार लक्ष्मी और उसके पति रविंदर रेड्डी अपने परिवार के सदस्यों के साथ उन लोगों में शामिल थे, जिन्होंने प्रभाकर के मार्फत बाजार में पैसा लगाया था. लक्ष्मी ने हाल ही में उसके जरिए 70 लाख रुपये निवेश किया. उन्होंने कहा कि बैंक और डीमैट खातों और उनके निवेश संबंधी लेनदेन का पता चलने के बाद ही यह ज्ञात हो पाएगा. जांच से जुड़े एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा, 'हमारा प्राथमिक आकलन है कि यह आत्महत्या का मामला है.'