आतंकी हमलों की जांच करने वाली NIA को 9 साल बाद मिलेगा अपना हेडक्वार्टर
नई दिल्ली: आतंकवाद विरोधी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को अपने गठन के 9 साल बाद अब जाकर अपना हेडक्वार्टर मिलेगा। गृहमंत्री राजनाथ सिंह 10 अक्टूबर को दिल्ली में इसके हेडक्वार्टर बिल्डिंग का इनॉगरेशन करेंगे। बता दें कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी 31 दिसंबर 2008 को बनी थी। शुरुआत में ये IGI एयरपोर्ट के पास होटल Centaur से अपना काम कर रही थी। बाद में यह एजेंसी राजीव चौक के पास जयसिंह रोड पर NDCC-II बिल्डिंग में शिफ्ट हो गई। 2 साल में बनकर तैयार हो गई बिल्डिंग... - न्यूज एजेंसी के मुताबिक NIA हेडक्वार्टर बिल्डिंग की नींव 10 सितंबर 2015 को राजनाथ सिंह ने ही रखी थी। ऑफिशियल सोर्सेज ने बताया कि बिल्डिंग दो साल में बनकर तैयार हो गई है। अरबन डेवलपमेंट मिनिस्ट्री ने इसके लिए 23 दिसंबर 2013 को लोधी रोड पर CGO कॉम्प्लेक्स के दूसरी तरफ 1.0356 एकड़ जमीन अलॉट की थी, जिसकी कॉस्ट 22.78 लाख रुपए थी। - होम मिनिस्ट्री के अप्रूवल के बाद बिल्डिंग के कंस्ट्रक्शन के लिए नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कॉर्पोरेशन (NBCC) लिमिटेड के साथ 29 दिसंबर 2014 को MoU साइन किया गया था। नई हेडक्वार्टर बिल्डिंग में हैं 9 फ्लोर, 2 बेसमेंट - राष्ट्रीय जांच एजेंसी की नई हेडक्वार्टर बिल्डिंग में 9 फ्लोर और 2 बेसमेंट हैं। इनका कुल एरिया 1,14,056 स्क्वायर फीट है। बिल्डिंग को बनाने में कुल 35.13 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। यहां हैं एजेंसी के ब्रांच ऑफिस - नया हेडक्वार्टर हासिल करने के अलावा जांच एजेंसी ने 9 साल में ब्रांच ऑफिस के जरिये अपना नेटवर्क भी काफी बढ़ा लिया है। इसके ब्रांच ऑफिस लखनऊ, हैदराबाद, कोच्चि, गुवाहाटी, मुंबई, कोलकाता, रायपुर और जम्मू में हैं। यहां हैं एजेंसी के कैम्प ऑफिस - एनआईए ने चंडीगढ़, श्रीनगर, चेन्नई, बेंगलुरू, विशाखापट्टनम, अहमदाबाद, भड़ूच, जगदलपुर, पटना, सिलिगुड़ी, माल्दा, रांची, विजयवाड़ा और इम्फाल में अपना कैम्प ऑफिस भी बनाया है। इस जांच एजेंसी का गठन NIA एक्ट 2008 के तहत आतंकी गतिविधियों से जुड़े उन गंभीर मामलों की जांच के लिए किया गया है, जिनसे देश की सम्प्रभुता, सुरक्षा और अखंडता पर असर पड़ता हो।